30 नवंबर तक पूरा करें आयुष विश्वविद्यालय के सभी कार्य : मुख्यमंत्री
इस समय सीमा में कोताही हुई तो निर्माण कराने वाली एजेंसी पर होगी सख्त कार्रवाई : सीएम योगी
दिसंबर माह में आयुष विश्वविद्यालय के भव्य उद्घाटन की है योजना : मुख्यमंत्री
सीएम योगी ने किया निर्माणाधीन आयुष विश्वविद्यालय का निरीक्षण
गोरखपुर, 25 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार शाम भटहट के पिपरी में बन रहे प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया कि 30 नवंबर तक सभी बचे काम हर हाल में पूरा करें ताकि दिसंबर माह के आयुष विश्वविद्यालय का भव्य उद्घाटन कराया जा सके। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि इस समय सीमा तक कोई कोताही हुई तो निर्माण कराने वाली एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण की भौतिक प्रगति की जानकारी ली। इस संबंध में आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से बातचीत करते हुए वह प्रशासनिक भवन पहुंचे। कुलपति ने बताया कि प्रशासनिक भवन में हॉस्पिटल भी अवस्थित है। मुख्यमंत्री ने जब इस भवन की पूर्णता को लेकर सवाल किए तो उन्हें बताया गया कि अभी इसमें लिफ्ट लगने और कुछ हद तक फाइनल फिनिशिंग का काम शेष है। इस पर सीएम योगी ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन दिसंबर में कराने की योजना है। इसलिए 30 नवंबर तक निर्माण और फिनिशिंग से बचे सभी काम खत्म हो जाने चाहिए।
ग्रीन कैम्पस वाला बने आयुष विश्वविद्यालय
सीएम योगी ने प्रशासनिक भवन के हाल और कमरों का अवलोकन किया और उसके बाद खुले परिसर में आ गए। उन्होंने परिसर में खाली पड़े हिस्सों में पौधरोपण कर इसे ग्रीन कैम्पस के रूप में विकसित करने और लैंड स्केपिंग के निर्देश दिए। उन्होंने यह हिदायत भी दी कि अभी से ऐसी व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करें जिससे भविष्य में कभी भी परिसर में वाटर लॉगिंग न हो।
अन्यथा की दशा में कड़ी कार्रवाई के लिए रहें तैयार
निरीक्षण करने के बाद सीएम योगी ने आयुष विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में विश्वविद्यालय के निर्माण की प्रगति और संचालन को लेकर भावी कार्ययोजना पर समीक्षा बैठक की। बैठक में भी उन्होंने लोक निर्माण विभाग और निर्माण कराने वाली एजेंसी को चेतावनी दी कि 30 नवंबर तक की समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण तरीके से निर्माण कार्य हर हाल में पूर्ण हो जाना चाहिए। अन्यथा की दशा में कड़ी कार्रवाई का सामना करने को तैयार रहें। बैठक में निर्माण की पूर्णता को लेकर सीएम ने जो सवाल पूछे उसे लेकर निर्माण कराने वाली एजेंसी से जुड़े लोगों के पसीने छूटने लगे थे।
दस दिन में पूरा करें पद सृजन की प्रक्रिया
आयुष विश्वविद्यालय के संचालन को लेकर उन्होंने कुलपति और आयुष विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से सवाल किया कि इसे लेकर उनकी क्या तैयारी है। जानकारी लेने के बाद सीएम योगी ने कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्णतः संचालन के लिए जितने भी पदों के सृजन की आवश्यकता है, उसकी प्रक्रिया अगले दस दिन में जरूर पूरी कर ली जाए। इसके साथ ही परिनियमावली बनाने का काम भी जल्द से जल्द फाइनल कर लिया जाए।
परंपरागत के साथ यूनिक पाठ्यक्रम चलें आयुष विश्वविद्यालय में
मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे दक्षिण भारत के प्रमुख आयुष संस्थानों के पाठ्यक्रम मॉडल के बारे में भी जानकारी जुटाएं। यूपी के पहले आयुष विश्वविद्यालय में परंपरागत के साथ यूनिक पाठ्यक्रम भी शुरू होने चाहिए। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की आगामी योजना में आयुर्वेद, होम्योपैथ, यूनानी, योग और नेचुरोपैथी के 12 पाठ्यक्रमों को शामिल किया गया है।
निरीक्षण एवं समीक्षा बैठक में आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एके सिंह, पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, आनंद शाही, आयुष, लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जिलाधिकारी, एसएसपी आदि उपस्थित रहे।
31 मार्च तक पूरा करें भटहट-बांसस्थान फोरलेन का निर्माण
आयुष विश्वविद्यालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भटहट-बांसस्थान फोरलेन निर्माण कार्य की भी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। इस पर सीएम योगी ने निर्देशित किया कि फोरलेन का निर्माण 31 मार्च 2025 तक हर हाल में पूरा हो जाना चाहिए।

क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मलेशिया से हुआ महायोगी गोरखनाथ विवि का एमओयू
प्रौद्योगिकी, फार्मा और चिकित्सा के क्षेत्र में संयुक्त शोध परियोजनाओं को आगे बढ़ाएंगे दोनों विश्वविद्यालय
शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों का नया अध्याय लिखने का लिया गया संकल्प
ऑनलाइन जुड़े दोनों विश्वविद्यालय के कुलपति, डिजिटली हुआ एमओयू का आदान-प्रदान
गोरखपुर, 25 अक्टूबर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर एवं क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मलेशिया के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान क्रियाकलापो को बढ़ावा देने के लिये समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान हुआ। एमओयू पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. जीटा मोहम्मद फहमी ने हस्ताक्षर किए। दोनों कुलपति ऑनलाइन जुड़े और एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद इसका डिजिटल आदान-प्रदान किया।
इस एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थाओं के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, फार्मा व चिकित्सा में संयुक्त शोध परियोजनाओं पर कार्य के साथ वर्तमान एवं भविष्य की जरूरतों को पूरा करने एवं कौशल बढ़ाने के लिए क्षमता विकास, छात्र, संकाय और तकनीकी विनिमय आदि विषयों पर पारस्परिक सहयोग की प्रतिबद्धता जताई गई है। इसके अतिरिक्त दोनों संस्थानों का लक्ष्य इस साझेदारी के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संयुक्त कार्यशाला का आयोजन व विकास परियोजना को विकसित और कार्यान्वित करना है।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने संस्थानों के बीच समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की है। इस एमओयू से दोनों विश्वविद्यालय शैक्षणिक, अनुसंधान और प्रशिक्षण गतिविधियों के प्रचार- प्रसार को एक नई दिशा देंगे। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के छात्रों को शिक्षा के वैश्विक परिवेश को व्यापक फलक पर समझने का मौका मिलेगा, जिससे भविष्य में नए नवाचारों से नए अवसर सृजित होंगे।
इस अवसर पर क्वेस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मलेशिया की कुलपति प्रो. जीटा मोहम्मद फहमी ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों ने आज अकादमिक स्तर पर नई शुरुवात की है। पूर्ण विश्वास है कि अकादमिक गुणवत्ता में दोनों संस्थान एक दूसरे का सहयोग कर शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों से नया अध्याय लिखेंगे। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने समझौता करार पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय छात्रों के व्यक्तित्व विकास के साथ उच्च शिक्षा में अनुसंधान की नवीन दृष्टि विकसित करने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों पक्षों के विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलेगा I एमओयू पर हस्ताक्षर के समय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में एमओयू समन्वयक व अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. विमल कुमार दूबे, नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा, पैरामेडिकल के प्राचार्य रोहित श्रीवास्तव और फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह उपस्थित रहे।