एडिशनल कमिश्नर ग्रेड -1 जीएसटी, गोरखपुर जोन ज्योत्स्ना पांडेय के निर्देश पर गोरखपुर जोन में बर्तन विक्रेताओं की जांच एवं कर चोरी रोकने हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

इसी क्रम में डिप्टी कमिश्नर श्री सुनील कुमार वर्मा द्वारा परतावल स्थित बर्तन बिक्रेता मेसर्स दिलीप बर्तन स्टोर नामक फर्म की रेकी एवं डाटा एनालिसिस के आधार पर बड़ी मात्रा में करापवंचन होना पाया गया।
संयुक्त आयुक्त स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ब्रांच , रेंज – बी, श्री विवेक सिंह द्वारा जारी जांच प्राधिकार पत्र (आईएनएस 02) के साथ जांच टीम डिप्टी कमिश्नर सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व परतावल बाजार स्थित प्रतिष्ठान पर पहुँची।
उपायुक्त श्री सुनील कुमार वर्मा को जांच के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि फर्म द्वारा बड़े पैमाने पर बर्तन एवं रसोई संबंधी अन्य वस्तुओं की खरीद की जा रही है किंतु खरीद के सापेक्ष न तो बिक्री दिखाई जा रही थी और न ही टैक्स जमा किया जा रहा है। व्यापारी द्वारा रिटर्न में घोषित खरीद के सापेक्ष कम कर जमा किया गया है। इसके अतिरिक्त, फर्म द्वारा मुख्य व्यापार स्थल से सटा ही एक अघोषित गोदाम एवं अपने आवास पर भी अघोषित गोदाम बना कर भारी मात्रा में माल का भंडारण किया गया था।
टीम द्वारा देर शाम तक जांच करवाई चलती रही। जांच टीम को इन्वेस्टिगेशन के दौरान कोई भी बिल बुक, स्टॉक रजिस्टर या अभिलेख नहीं मिले जिसके कारण जाँच टीम द्वारा दोनों अघोषित गोदामों एवं मुख्य व्यापार स्थल को सीज कर दिया गया। व्यापारी द्वारा अपनी गलती स्वीकार करते हुए डीआरसी-03 के माध्यम से रू 6 लाख टैक्स की मद में जमा किया गया।
जांच टीम में सहायक आयुक्त जितेंद्र कुमार रमन, सहायक आयुक्त प्रशान्त कुमार द्विवेदी, विनीत कुमा, राज्य कर अधिकारी अशोक कुमार पांडेय, डाक्टर सुनील कुमार जायसवाल, राम प्रताप सिंह, राम रहस्य, पूजा पाल इत्यादि शामिल रहे।