शासन के निर्देश पर जनपद में उर्वरक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी, 67 दुकानों की जांच, चार प्रमाण-पत्र निलंबित,
गोरखपुर। शासन के निर्देशानुसार जिले में उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ व्यापक छापेमारी अभियान चलाया गया, जिससे उर्वरक व्यापारियों में हड़कंप मच गया। प्रमुख सचिव (कृषि), उत्तर प्रदेश शासन के आदेशानुसार और मुख्य विकास अधिकारी, गोरखपुर के निर्देश पर तहसीलवार गठित टीमों ने जिले की 67 उर्वरक दुकानों पर जांच की।
कार्रवाई के प्रमुख बिंदु:
नमूने संग्रह: कुल 67 दुकानों पर छापेमारी के दौरान 26 उर्वरकों के नमूने लिए गए।
प्रमाण-पत्र निलंबन: निरीक्षण में गड़बड़ी पाए जाने पर चार उर्वरक प्रतिष्ठानों के निबंधन प्रमाण-पत्र निलंबित कर दिए गए;
मेसर्स एग्री जक्सन, हरपुर बुदहट
मेसर्स मौर्या खाद एवं बीज भण्डार, कोरारी
मेसर्स आईएफएफडीसी कृषक सेवा केन्द्र, बोहावार
मेसर्स चौरसिया खाद भण्डार, बरही
कारण बताओ नोटिस: बिना सूचना प्रतिष्ठान बंद करने और फरार होने के कारण दो दुकानों को नोटिस जारी किया गया।
मेसर्स अन्नया खाद बीज भण्डार, गोबडौर चौराह
मेसर्स चौरसिया खाद भण्डार, पल्लिया
परीक्षण प्रक्रिया: सभी 26 नमूनों को परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है। परीक्षण के बाद अमानक पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उर्वरकों की उपलब्धता: जिले में फास्फेटिक और नत्रजन उर्वरकों की कोई कमी नहीं है।
यह छापेमारी अभियान किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराने और गड़बड़ी रोकने के लिए किया गया है।