अपडेट….
वहीं हादसे के बाद हाॅस्पिटल के बाहर मृतकों की लाशें बिखरी पड़ी थी। वहीं हादसे में एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मैं खेतों की ओर जा रहा था, तभी तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। मौके पर जाकर देखा तो सड़क पर लाशें बिखरी पड़ी थीं। इसके बाद अन्य लोग भी आए और पुलिस को हादसे की सूचना दी। घायल लोग बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे। हादसे को देख मेरी रूह कांप गई। लोग बीच सड़क पर मरे पड़े थे।
हादसे को लेकर हेल्पलाइन नंबर जारी
वहीं हादसे के बाद कलेक्टर गौरांग राठी ने बताया कि हादसे को लेकर हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं। सभी घायल बांगरमऊ सामुदायिक केंद्र में भर्ती हैं। वहीं गंभीर घायलों को लखनऊ ट्राॅमा सेंटर रेफर किया जा रहा है। हादसे को लेकर ये हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। 0515-2970767, 9651432703, 9454417447, 8887713617, 8081211289
वहीं बस में सवार एक यात्री मोहम्मद उर्स ने बताया कि मैं शिवहर का रहने वाला हूं। हादसे के समय मैं सो रहा था। तभी जोरदार आवाज सुनाई दी। ऐसे लगा जैसे भूकंप आ गया हो। मैं बस की दूसरी साइड में बैठा था। हादसे में मैं बाल-बाल बच गया। मेरा एक हाथ कट गया है।
पुलिस ने बताए हादसे के ये दो कारण
पुलिस के अनुसार हादसे की वजह ओवरटेकिंग हो सकता है। दूध का टैंकर धीमी गति से आगरा की ओर जा रहा था। इतने में पीछे से तेज गति से एक बस आ गई। पुलिस के अनुसार उस समय दो स्थितियां बनी होंगी। पहली यह कि बस के चालक को नींद आ गई और उसे कंटेनर को टक्कर मार दी। वहीं दूसरी परिस्थिति बस के चालक ने कंटेनर की ओवरटेक करने की कोशिश की उस दौरान कंटेनर के चालक ने भी गाड़ी उसी दिशा में मोड़ दी।