
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् गोरक्ष प्रांत की चार दिवसीय प्रांत अभ्यास वर्ग (27-30 जून) रविवार को खड्डा (पडरौना) स्थित ‘सरस्वती देवी महाविद्यालय’ में संपन्न हुई। चार दिवसीय “प्रांत अभ्यास वर्ग” का विधिवत शुभारंभ पडरौना जिले के खड्डा में अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही, राष्ट्रीय मंत्री श्री अंकित शुक्ल, प्रांत अध्यक्ष डॉ० राकेश प्रताप सिंह, प्रांत मंत्री श्री मयंक राय एवं प्रांत संगठन मंत्री श्री हरिदेव जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया ।
इस अभ्यास वर्ग में गोरक्ष प्रांत के संगठनात्मक दृष्टि से 17 जिलों से कुल 214 प्रतिनिधि जिसमें 149 छात्र, 32 छात्राएं, 26 शिक्षक व 7 अतिथि ने सहभागिता की। अभाविप की इस प्रांत अभ्यास वर्ग में विभिन्न सामूहिक व गटशः सत्रों के माध्यम से ‘राष्ट्र पुनर्निर्माण’ में हम अपनी भूमिका कैसे सुनिश्चित करें इस विषय पर व्यापक चर्चा हुई तथा इस वर्ष के आगामी कार्ययोजनाओं का निर्धारण किया गया। अभाविप प्रांत अभ्यास वर्ग में पुण्य श्लोक अहिल्याबाई होलकर व संघ शताब्दी वर्ष और पंच परिवर्तन विषय पर कार्यकर्ताओं को उद्बोधन प्राप्त हुआ।
आज अभाविप की कार्यक्षेत्र आयामों, गतिविधि व कार्य के माध्यम से युवाओं को कृषि, पर्यावरण, सेवा, तकनीकी, शिक्षा, स्टॉर्ट-अप, कला, संस्कृति आदि के माध्यम से समाज के प्रत्येक समुदाय के उत्थान हेतु सशक्त करने का काम कर रही है। इस अभ्यास वर्ग में कार्यकर्ताओं को अभाविप की कार्यपद्धति से परिचित करवाया गया तथा सामाजिक व शैक्षिक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। अभाविप आज़ादी के 75 वर्ष के पश्चात आज विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा से सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाने का कार्य कर रही है, इनमें ऐसे प्रशिक्षणों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो० राजशरण शाही ने कहा कि,” अभाविप की यह सांगठनिक यात्रा छात्र हित व सामाजिक उत्थान के अनंत स्वर्णिम अध्यायों को समेटे हुए है। आगामी दिनों में अभाविप की ऐसी योजना है कि इस अध्याय में ऐसे ही और भी किस्से जुड़े, इसके लिए अधिक चिंतन और समस्याओं के समाधान हेतु कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। इन्ही कार्यों के साथ कार्यकर्ता का व्यक्तित्व निर्माण हो, इसपर भी कार्य किया जाएगा जिससे वह कार्यकर्ता ध्येय यात्री के रूप में ‘राष्ट्र पुनर्निर्माण’ में सार्थक प्रयत्न कर सके।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री श्री अंकित शुक्ल ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विश्व का सबसे बड़ा एवं जिम्मेदार छात्र संगठन होने के नाते, देश की शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से चले, इसके लिए प्रयासरत रहता है। हम व्यक्ति निर्माण से समाज निर्माण और समाज निर्माण से राष्ट्र निर्माण करने को प्रतिबद्ध छात्र संगठन हैं।
अभाविप पूर्वी उ०प्र० के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री घनश्याम शाही ने “संघ के शताब्दी वर्ष और पंच परिवर्तन” पर उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय विचार के प्रसार को गति तथा अपने कार्य को अधिक गहराई व विस्तार देने के लिए आज हम ‘पंच परिवर्तन’ की संकल्पना के साथ तैयार है।
श्री शाही ने कहा कि पंच परिवर्तन में समाज में समरसता का आग्रह, पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली, पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देने हेतु कुटुंब प्रबोधन, जीवन के हर पक्ष में ‘स्व’ यानी भारतीयता और स्वदेशी का आग्रह और नागरिक कर्तव्यों की दृष्टि से समाज जागरण करने जैसे आयाम हैं।
प्रांत अभ्यास वर्ग में प्रांत अध्यक्ष डॉ० राकेश प्रताप सिंह ने सभी 17 संगठनात्मक जिलों की विभिन्न घोषणाएं की व प्रांत मंत्री श्री मयंक राय ने अभाविप गोरक्ष प्रांत के आगामी कार्यक्रम और योजनाओं के संबंध में बताया।
(यह प्रेस विज्ञप्ति गोरक्ष प्रान्त कार्यालय मंत्री राम रमण द्वारा जारी की गयी है)