संवाददाता: शिशिर श्रीवास्तव
गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर पर महाकुंभ में स्नान करने जाने वालों की भीड़ आज देखने को मिली महाशिवरात्रि के दिन प्रयागराज के महाकुंभ में अमृत स्नान का विशेष महत्व है, जो भारत के प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर हर 12 साल में आयोजित किया जाता है।
इस दौरान दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु आते हैं और पवित्र संगम में डुबकी लगाकर भगवत कृपा प्राप्त करते हैं और अपने तन – मन को पवित्र करते हैं। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं।
चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर होगी, जबकि इस तिथि का समापन 27 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर होगा। पंचांग को देखते हुए महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा। वहीं, इस दिन महाकुंभ मेले के समापन के साथ इस महापर्व का अंतिम स्नान भी किया जाएगा, जिसमें शामिल होने के लिए आज बहुत से तीर्थयात्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेन को पकड़ने के लिए आए, जिसमें ज्यादातर श्रध्दालु पश्चिम बिहार से आए थे। रेल प्रशासन नेे अपनी तैयारी बखूबी कर रखी थी। रेल प्रशासन ने कुछ ऐसी व्यवस्था कर रखा था कि प्लेटफार्म पर भीड़ आम दिनों की अपेक्षा बहुत कम नजर आ रही थी और यात्रीओं को ट्रेन में बैठने में काफी सुविधा भी रही। रेलवे के चाक-चौबंद प्रबंधन ने लोगों को सकुशल प्रयागराज भेजने के लिए अपने अधीनस्थों को लगा रखा था, एक एक करके सभी श्रद्धालुओं को ट्रेन में बैठाया गया।