ब्यूरो प्रभारी —-विनय तिवारी
बड़हलगंज/गोरखपुर(निष्पक्ष टुडे) :- बडहलगंज जिस प्रकार समुंद्र का जल नही नापा जा सकता है, उसी प्रकार भगवान सुख के समुंद्र हैं, उनके द्वारा दिए जाने वाले सुख को नही नापा जा सकता। भगवान राम ही हमें विश्राम दिलाते हैं अर्थात बिना राम के विश्राम नही हैं।
उक्त बातें शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा वाचक पूज्य संत राजन जी महाराज ने बड़हलगंज के नेशनल इंटर कॉलेज के मैदान में श्री हनुमान सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित श्री राम कथा के तीसरे दिन कथा सुनाते हुए कही। कथा वाचक राजन जी महाराज ने कहा कि प्रभु के नाम को जपने के दौरान गिनती नहीं करनी चाहिए। जीवन का धर्म अर्थ है तथा परम धर्म परमार्थ है। जिसके पास भगवान की भक्ति है, संसार में उससे बड़ा कोई धनी नही है।
उन्होंने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि सबरी माता और केवट रघुनाथ जी के पास नही गए हैं, बल्कि रामजी स्वयं उनके पास गए हैं, उदाहरण देते हुए कथावाचक ने कहा कि आप भगवान को मत ढूंढिए, बल्कि भक्ति में लीन रहिए भगवान स्वयं आपके पास आयेंगे। प्रभू राम जी के जन्म की कथा सुनाते हुए राजन जी ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म लेने पर एक मास तक उत्सव होता रहा। उन्होंने बताया कि राम जन्म उत्सव पर भगवान शिव भी मौजूद थे क्योंकि बाल राम शंकर जी के इष्ट देव हैं। उन्होंने कहा कि माया के पाप को अपने आप से बचाने के लिए रघुनाथ जी का भजन करना चाहिए। मनुष्य के मन में किसी प्रकार की चतुराई नही होनी चाहिए। जिस पर जितनी रघुनाथ जी की कृपा होती है, उसे उतना ही सुख मिलता है। कथा शुभारंभ के पहले चेयरमैन श्रीमती प्रिती उमर, प्रतिनिधि महेश उमर, डा. देवेश दूबे व नेहा दूबे, शैलेंद्र मिश्र एवं श्रीमती सरोज मिश्र, राकेश पाण्डेय मारीशस ने कथा व्यास पीठ का आरती कर कथा आरम्भ कराया । आयोजक सूबेदार व अनिल पाण्डेय ने सभी आगुन्तको के प्रति आभार ज्ञापित किया ।इस दौरान सूबेदार राय, अनिल पाण्डेय, कुलदीप राय, डा. ए.न .चौबे, कैलाश नाथ मिश्र, विमला मिश्र, रामहर्ष गुप्ता, कमलेश सिंह, राकेश सिंह, राजीव राय, अजय प्रसाद राय, योगेश राय, मुकेश राय, तारा राय, सरोज पाण्डेय, सुस्मिता, कविता, प्रेमसागर तिवारी आदि श्रद्धालु उपस्थित थे ।