इजरायल ने हिज्बुल्लाह पर सोमवार को भीषण हवाई हमला किया है. दक्षिणी लेबनान में इजरायल द्वारा किए गए हमलों में कम से कम 182 लोग मारे गए और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. इनमें बड़ी संख्या में बच्चे, महिलाएं और डॉक्टर शामिल हैं. इजरायली सेना ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के करीब 300 ठिकानों पर एक साथ बमबारी की है. इसके साथ ही लेबनान में लोगों को तुरंत अपने घरों और इमारतों को छोड़ने की चेतावनी दी है. लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, उनके देश को 80 हजार से अधिक संदिग्ध इजराइली कॉल मिले हैं. इनमें आम लोगों को अपने घर खाली करने के लिए कहा गया है. टेलीकॉम कंपनी ओगेरो के प्रमुख इमाद क्रेडीह ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से इस घटनाक्रम की
कहा कि इस तरह के कॉल तबाही और अराजकता पैदा करने के लिए एक मनोवैज्ञानिक जंग की तरह हैं. इजरायल की ये घोषणा जंग के आगाज के तौर पर देखी जा रही है.
इससे पहले रविवार को हिज़्बुल्लाह ने इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए थे. एक रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार तड़के हिज्बुल्लाह ने उत्तरी इजरायल में 100 से अधिक रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन दागे, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. इन हमलों के बाद इजरायली डिफेंस फोर्स ने कहा था कि हिज्बुल्लाह लगातार उनके लोगों पर निशाना बना रहा है. रविवार की सुबह जेजेरेल घाटी में 140 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन दागे गए हैं. इसके बाद हाइफा, रमत डेविड एयरपोर्ट, नाजरेथ, अफुला, निचली गलील सहित कई सैन्य ठिकानों के पास अलर्ट जारी किया गया. आईडीएफ ने एक एक्स पर लिखा, ”हिजबुल्लाह का आतंकवाद हमारे नागरिकों को निशाना बना रहा है. हजारों इज़रायलियों ने अपनी रातें शेल्टर होम में छिपकर बिताई हैं. रॉकेटों की बौछारें उनके सिर के ऊपर से गुजर रही थीं. कुछ उनके घरों पर भी गिरी हैं. रॉकेट अलर्ट सायरन रात भर लगातार बज रहे थे.”
17 सितंबर को लेबनान में पेजर के धमाकों से हुई शुरूआत, अब हवाई हमलों तक पहुंच गई है. इजरायल सिर्फ ड्रोन से नहीं बल्कि फाइटर जेट्स से भी कोहराम मचा रहा है. लेबनान में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के बाद हिज़्बुल्लाह ने इजरायल पर इक्के-दुक्के रॉकेट दागे थे, लेकिन इज़रायल इतना करारा जवाब देगा, ये खुद हिज़्बुल्लाह ने भी नहीं सोचा होगा. क्योंकि वो अभी पेजर और वॉकी-टॉकी धमाकों से मिले ज़ख्मों की पहली खेप से कराह रहा था. इज़रायल और हिज्बुल्लाह के बीच हो रहे इन हमलों के बाद जंग की आग और भड़कने की आशंका है. बात बढ़ी तो फिर ये बात सिर्फ इजरायल और हिज्बुल्लाह तक नहीं बल्कि इजरायल और लेबनान तक पहुंच जाएगी. ऐसे में अगर दोनों देशों के बीच आमने-सामने की जंग छिड़ गई, तो इसका अंजाम क्या होगा? सैन्य ताकत के मामले में आखिर लेबनान इज़रायल के आगे कहां टिकता है?? तो आइए दोनों देशों की इसी काबिलियत को समझने की कोशिश करते हैं.
इज़रायल और लेबनान के बीच करीब 130 किलोमीटर की सीमा लगती है. ये इजरायल का उत्तरी जबकि लेबनान का दक्षिणी इलाका है. इसे ब्लू लाइन के नाम से भी जाना जाता है. लेकिन लेबनान की सरजमीं पर फलने-फूलने वाले हिज़्बुल्लाह की ओर से बेशक इजरायल को बार-बार चुनौती दी जाए, फ़ौजी ताकत के मामले में एक मुल्क के तौर पर लेबनान इजरायल के सामने कहीं नहीं टिकता है. ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स की बात करें, तो इसमें शामिल दुनिया के 145 देशों में इजरायल की रैंकिंग जहां 18वीं है, वहीं लेबनान की उससे बहुत पीछे 111वीं. यानी दोनों देशों की क्षमता का आपस में कोई मुकाबला नहीं है. अब आइए अलग-अलग पैमानों पर दोनों देशों की ताकत को समझने की कोशिश करते हैं. फौजियों की तादाद दोनों देशों के सैनिकों की बात करें, तो लेबनान इजरायल के सामने कहीं नहीं टिकता है. लेबनान के पास जहां सिर्फ 80 हज़ार सैनिक हैं, वहीं इजरायल के पास 1 लाख 73 हज़ार. यानी दुगने से भी ज्यादा. इसी तरह इजरायल के पास 4 लाख 65 की रिजर्व फ़ोर्स भी है, जबकि लेबनान के पास कोई रिजर्व फोर्स है ही नहीं है.
हालांकि पैरा मिलिट्री फोर्स के मामले में लेबनान इजरायल से आगे है. लेबनान के पास जहां 25 हजार पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान हैं, वहीं इजरायल के पास 8 हजार. हवाई ताक़त हवाई ताक़त यानी जंगी जहाजों के बेडे़ के मामले में भी लेबनान काफी पीछे हैं. उसके पास जहां सिर्फ 78 एयरक्राफ्ट्स हैं, वहीं इजरायल के पास 601. फाइटर जेट्स की बात करें तो लेबनान के हाथ बिल्कुल खाली हैं. उसके पास एक भी फाइटर जेट नहीं है, जबकि इजरायल के पास 241 हैं. इसी तरह लेबनान के पास 9 डेडिकेटेड अटैक एयरक्राफ्ट्स हैं, वहीं इजरायल के पास 32. लेबनान के पास सिर्फ 9 ट्रेनिंग फाइटर जेट्स हैं, जबकि इजरायल के पास 153 ट्रेनिंग फाइटर जेट्स हैं. इसके अलावा लेबनान के पास 60 हेलिकॉप्टर्स हैं, जबकि इजरायल के पास 126. इनमें से इजरायल के 48 हेलिकॉप्टर्स अटैक हेलिकॉप्टर्स हैं, जबकि लेबनान के पास एक भी अटैक हेलिकॉप्टर्स नहीं हैं. आर्टिलरी यानी गोला-बारुद में भी दोनों देशों का कोई मुकबला नहीं. लेबनान के पास 361 टैंक्स हैं, जबकि इजरायल के पास इससे 7 गुना ज्यादा यानी 2200 टैंक्स का बेड़ा है. लेबनान के पास 9864 बख्तरबंद गाड़ियां हैं, जबकि इजरायल के पास 56290 बख्तरबंद गाड़ियां हैं. इसी तरह सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी के मामले में भी लेबनान इजरायल से पीछे है. बहुत पीछे. लेबनान के पास 84 सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी है, जबकि इजरायल के पास 650. गोला-बारुद यानी जंग के दूसरे साजो-सामान का इजरायल के पास बहुत बड़ा जखीरा है.
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