कहते हैं की जहां रावण होते है वही राम भी होते हैं। यानी की जहां बुराई होती हैं वहां अच्छाई भी जरूर होती हैं, इस बात का बहुत ही अच्छा उदाहरण हमें गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के रामपुर पाण्डेय गांव में देखने को मिला, जहां विगत दिनों, अपने घर के पास खेल रहे एक 6 वर्षीय मासूम बच्चे अरूण को,इसी गांव के निवासी एक नशे के आदी मनबढ़ युवक अतुल पाण्डेय ने उठाकर एक गहरे कुएं में फेंक दिया, ठीक उसी समय इस घटनास्थल के समीप ही जांबाज नवयुवक प्रमोद मौजूद था,जो का लोगों का शोर सुनकर भागा आया और जिसने बिना किसी डर,बिना किसी भय के और अपनी जान की भी परवाह न करते हुए उस गहरे, पानी से लबालब भरे हुए कुएं में छलांग लगाकर मासूम बच्चे अरूण को बचा लिया।
यह मासूम बच्चा अरुण कुएं की तलहटी तक पहुंच गया था, यदि एक क्षण की भी देरी होती तो निश्चित ही इस बच्चे के प्राण बचना मुश्किल हो जाते। प्रमोद की इस बहादुरी ने न केवल एक बच्चे के प्राण बचाए बल्कि एक घर के चिराग को भी बुझने से बचा लिया।
जांबाज युवक प्रमोद एक कम पढ़ा लिखा,अभावग्रस्त नौजवान है, जो कि इस समय घोर आर्थिक संकट में भी है, यहां तक की इस युवक के पास इस संचार एवं सूचना क्रांति के समय में जहां मोबाइल फोन हर खास और आम व्यक्ति के पास है, इस युवक के पास एक साधारण सा मोबाइल फोन भी नहीं है, परंतु इसके बावजूद भी प्रमोद में दूसरों की भलाई करने के प्रति मानवीय संवेदनशीलता कूट-कूट कर भरी हुई है।
जांबाज युवक प्रमोद की बहादुरी की चर्चा पूरे खजनी तहसील के साथ-साथ गोरखपुर जनपद में भी हो रही है। प्रमोद की इस बहादुरी से प्रभावित होकर गोरखपुर के एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने उसे एक प्रशस्ति पत्र और ₹1000 नकद पुरस्कार देकर के पुरस्कृत किया।
साथ ही आज खजनी थाना के थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने भी उसकी जांबाजी से प्रभावित होकर और भविष्य में इस प्रकार के अच्छे कार्यो को करने के लिए उसका उत्साहवर्धन करने के लिए एक मोबाइल फोन लेकर उसे सम्मानित किया है।
शिशिर श्रीवास्तव, संवाददाता निष्पक्ष टुडे, गोरखपुर