वकील नहीं कर सकते पत्रकारिता

डबल रोल पर प्रतिबंध
डबल रोल प्रतिबंधित है
बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक दोहरी भूमिका निभाना प्रतिबंधित
किसी भी वकील को डबल रोल निभाने की इजाजत नहीं दे सकते …… जस्टिस अभय ओका और जस्टिस आगस्टीन जार्ज मसीह….. सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया
कोर्ट ने वकील के डबल रोल पर उठाये सवाल और इसे बताया व्यावसायिक कदाचार
या तो वकालत करिये या पत्रकारिता,पत्रकार की हैसियत से प्रैक्टिस की अनुमति नहीं देंगे …जस्टिस ओका
बार काउंसिल के नियमों में दोहरी भूमिकाएं निभाने पर प्रतिबंध है
नियमों के मुताबिक एक वकील कोई दूसरा पेशा नहीं अपना सकता. … इस हरकत से चिंतित और नाराज सुप्रीम कोर्ट
वकील नहीं कर सकते पत्रकारिता
सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने हाल ही में बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) के नियमों के तहत वकीलों की दोहरी भूमिका पर प्रतिबंध का समर्थन किया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि कोई भी वकील एक समय में दो पेशे नहीं अपना सकता। इसके अनुसार, वकील पत्रकारिता जैसे किसी अन्य व्यवसाय में नहीं जा सकते।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अभय ओका और जस्टिस आगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने इस मुद्दे पर विचार करते हुए कहा कि एक वकील का पत्रकारिता में सक्रिय होना या अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में भाग लेना व्यावसायिक आचरण का उल्लंघन है। इस प्रकार के “डबल रोल” को कोर्ट ने व्यावसायिक कदाचार के रूप में देखा है।बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) के नियमों के अनुसार, वकील किसी अन्य पेशे में शामिल नहीं हो सकते, क्योंकि इससे उनकी कानूनी पेशे की निष्पक्षता और एकाग्रता प्रभावित हो सकती है। कोर्ट ने यह भी कहा कि वकील का फोकस पूरी तरह से न्यायिक प्रक्रिया और मुवक्किल के हितों पर होना चाहिए, और अन्य पेशे में शामिल होना इस दायित्व को बाधित कर सकता है।
वकील नहीं कर सकते पत्रकारिता
इस निर्णय से उन वकीलों के लिए एक स्पष्ट संदेश है जो अन्य पेशों में जाने का विचार रखते हैं या उनके दोहरे व्यवसाय हैं।