संवाददाता– एस.पी. सिंह
गोरखपुर/सहजनवा ।
दसवें सिख गुरु गोविन्द सिंह के चारों पुत्रों बड़े अजीत सिंह, जुझार सिंह व छोटे वीर पुत्रों जोरावर सिंह व फतेह सिंह के धर्म की रक्षा के लिये किए सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए कसरवल स्थित गुरुद्वारे पर जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह की अध्यक्षता में संगोष्ठी आयोजित की गयी ।
कथावाचक बृजपाल सिंह व जगदेव सिंह ने वीर बलिदानी बालकों के शौर्य गाथा का वर्णन किया । उन्होंने कहा कि वीर बालकों का बलिदान अनन्त प्रेरणा का स्रोत है । भाजपा 26 दिसम्बर को पूरे देश में वीर बाल दिवस मानने जा रही है । उन्होंने कहा कि सिख गुरु परंपरा न केवल आध्यात्मिकता और बलिदान की परंपरा है बल्कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की अवधारणा के लिये प्रेरणा स्रोत भी है । उन्होंने कहा राष्ट्र के नव निर्माण के हम सभी को ऐसे ही आगे आना होगा तभी हमारा देश विश्व गुरु बन सकेगा । उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार ने 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया जो हम सबके लिये सौभाग्य की बात है ।
संगोष्ठी को सहजनवा विधायक प्रदीप कुमार शुक्ल व पिपराइच विधायक महेन्द्र ने भी सम्बोधित किया ।
कार्यक्रम मे देवनारायण उर्फ, जी.एम.सिंह, हरिकेश राम त्रिपाठी, संजय सिंह, डॉ आर डी सिंह, स्वतंत्र सिंह, रामानन्द यादव, सदानंद शर्मा, रमेश कुमार, जगदीश चौरसिया, मंजू सिंह, नरेन्द्र सिंह, सहित प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे ।