संवाददाता: शिशिर श्रीवास्तव, गोरखपुर
गोरखपुर:आज दिनांक 15 नवम्बर 2024 को एम्स गोरखपुर में पावरग्रिड द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व (CSR) के अंतर्गत 500 बेड के विश्राम सदन के निर्माण कार्य हेतु समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह आयोजित किया गया।
कार्यपालक निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एम्स गोरखपुर) प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह, उप निदेशक, (एम्स – गोरखपुर), श्री अरुण कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी, गोरखपुर, श्री संजय कुमार मीणा, ए.डी. एम., गोरखपुर तथा कार्यपालक निदेशक, पावरग्रिड (उत्तरी क्षेत्र-3) श्री वाई. के. दीक्षित, कार्यपालक निदेशक-सी.एस. आर, पावरग्रिड (केंद्रीय कार्यालय), श्री ए. नागराजु, महाप्रबंधक गोरखपुर, श्री डी.पी. सिंह, उपमहा प्रबंधक-सी.एस. आर. श्री सबाहत उमर की गरिमामयी उपस्थिति में दोनों पक्षों द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गये।
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) – गोरखपुर के मध्य पावरग्रिड की सी. एस. आर. पहल के तहत रु 44.49 करोड़ की लागत से एम्स गोरखपुर में इलाज के लिए आने वाले मरीजों एवं उनके परिचारकों के लिए 500 बेड के विश्राम सदन के निर्माण हेतु वित्तीय सहायता प्रदान किए जाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये।
इस अवसर पर एम्स गोरखपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रो० डॉक्टर अजय सिंह ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि “न केवल गोरखपुर और आसपास के लोग बल्कि दूर दूर से जो बहुत सारे आने वाले लोग हैं, सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाने के लिए, और जब उनको वेट करना पड़ रहा है, रुकने के लिए 500 बेड के विश्राम सदन के लिए ओएमयू साइन किया है और हमें उम्मीद है यह जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा ,मुझे ऐसा लगता है कि यह न केवल एम्स गोरखपुर के लिए सुखद क्षण है बल्कि पूरी उत्तर प्रदेश की जो स्वास्थ्य सेवा है, जो हमारे माननीय मुख्यमंत्री जी के संरक्षण में दिन प्रतिदिन, हम लोग कोशिश कर रहे हैं, बहुत बड़ा स्टेप है, मरीजों के लिए उनके परिजनों के लिए, इसमें किचन भी होगा, इसमें स्नानगृह भी होगें, और मेल और फीमेल अलग-अलग टॉयलेटस भी होंगे।”
विश्राम सदन के बारे में आगे बताते हुए कार्यपालक निदेशक पावर ग्रिड-3 वाई० के० दीक्षित ने भी इस संबंध में वार्ता करते हुए आगे बताया कि “पावर ग्रीड कॉरपोरेशन ने पिछले 10 वर्षों में लगभग 1500 करोड़ रुपए CSR ने खर्च किए है और इसमें से लगभग 60% पैसा मेडिकल के क्षेत्र में खर्च किया गया हैं,आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि “इनकी टीम ने यह देखा है कि जो बड़े बड़े हॉस्पिटल है जहां मरीज आते है और उनके साथ जो तीमारदार आते है,उनको हमने देखा वो सम्मानजनक स्थिति में नहीं रहते है,उनको सड़को पर रहना पड़ता है और उनको खाना बनाने की भी समस्या रहती है,देखते हुए हम लोगो ने निर्णय लिया कि जो बड़े बड़े हॉस्पिटल हैं, में विश्राम स्थल बनाएंगे,उसी कड़ी में एम्स गोरखपुर के साथ हम लोगों का समझौता ज्ञापन हुआ है, लगभग 45 करोड़ के अनुमानित लागत से 500 बेड का विश्राम स्थल बना रहे है,यह निश्चित तौर पर पावर ग्रीड कॉरपोरेशन के लिए सुखद पल है।”
इस कार्य को पावरग्रिड की सी.एस आर निधि से 31 मार्च 2027 तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य है।
विश्राम सदन के निर्माण से अस्पताल में इलाज के लिए दूर दराज से आने वाले लोगों को अस्पताल परिसर में प्रवास हेतु उचित व्यवस्था उपलब्ध होगी जिससे कि पुर्वांचल क्षेत्र के कई जिले, बिहार राज्य तथा पड़ोसी देश नेपाल की लगभग 50 लाख की जनसंख्या लाभान्वित होगी।